आज धार में निकलेेंगी 28 झांकियां, जिनमें नजर आएंगी राफेल के साथ कृष्ण की लीलाएं

रिपोर्टर -राहुल चौहान
धार। आज धार में धूमधाम से झांकिया निकलेगी। झांकियों को निहारने के लिए जिलेभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु धार पहुंचेंगे। शहर में झांकियों के प्रमुख मार्गों पर दुकानों के शटर गिरते ही श्रद्धालु इन दुकानों के आेटलों पर अपनी जगह सुरक्षित कर लेते हैं। शहर में करीब 28 झांकियां और 12 अखाड़े लोगों के आकर्षण का केंद्र होंगे। अखाड़ों में सबसे पहले झिरन्या का अखाड़ा होगा, इसके बाद प्रमुख बड़े और छोटे अखाड़ों के कलाकार अपने करतब दिखाएंगे। रातभर झिलमिल झांकियों के कारवां से नगर के मार्ग जगमगाते रहेंगे। इसके बाद 24 सितंबर को सुबह से झांकियां विभिन्न स्थानों खड़ी कर दी जाएंगी ताकि जो लोग रात में नहीं देख पाएं हो वे भी इन झांकियों को देख सकें। झांकियां निकलने के दौरान वाहन वैकल्पिक मार्गों से निकाले जाएंगे। पूरे शहर के प्रमुख मार्गों और चौराहों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाएगी। पुलिस का दल भी चोरी और अन्य घटनाओं पर विशेष नजर रखेगा। कलेक्टर दीपकसिंह व एसपी वीरेंद्रसिंह के मार्गदर्शन में 400 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इनमें 15 टीआई, 7 एसडीओपी, 4 एएसपी, 45 होमगार्ड और इंदौर से विशेष पीटीसी की महिला पुलिस, वन विभाग का अमला भी तैनात रहेगा।

इन मार्गों से निकलेगा समारोह-----------
गणपति की झांकियों का चल समारोह 23 सितंबर को रात 8 बजे से हटवाड़ा चौक से प्रारंभ होकर आनंद चौपाटी, जवाहर मार्ग, धान मंडी, भाजीबाजार, पट्ठा चौपाटी, नालछा दरवाजा, पो चौपाटी, एमजी रोड, राजवाड़ा, आनंद चौपाटी, पिपली बाजार और हटवाडा होते हुए विसर्जन स्थल मुंज सागर तालाब, देवी जी तालाब पर समाप्त होगा।
ये अखाड़े शामिल होंगे-शासकीय झिरन्या अखाड़ा, नरसिंह दल अखाड़ा, खेड़ापति अखाड़ा, अर्जुन दल अखाड़ा, श्रीरामदल अखाड़ा, छत्रपति शिवाजी अखाड़ा, वीरदल अखाड़ा, बजरंग दल अखाड़ा, लक्ष्मण दल अखाड़ा, केवड़दल आदि।
रूट तैयार :12 अखाड़ों के कलाकार दिखाएंगे करतब, सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी------
राफेल पर आधारित झांकी बनाई
सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति आनंद चौपाटी द्वारा 56वें वर्ष 5 झांकियां बनाई गई है। इसमें राफेल पर आधारित झांकी में लाल किला व इंडिया गेट का वर्णन किया है, जिस पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी चित्र लगाया है। श्री महालक्ष्मी शक्ति पीठ कोल्हापुर महाराष्ट्र वाली माता, अटलजी को श्रद्धांजलि, भगवान गणेश और भोलेनाथ पर आधारित झांकी भी इसमें रहेगी।
राधा के प्रति कृष्ण का प्रेम प्रसंग
काठमांडू पैनल पिपली बाजार धार द्वारा झांकियां निकालने का यह 52वां वर्ष है। राधा के प्रति कृष्ण का जो प्रेम प्रसंग है, जिसमें राधाजी के पैर में बैठकर कृष्णजी उन्हें पायल पहना रहे हैं। राधा कृष्ण का कपल डांस और पीछे गोपियां संगीत यंत्र बजाते हुए नृत्य करती दर्शाई गईं।
नानी बाई को मायरो का प्रसंग
छतरी चौराहे की झांकी के आयोजक कृष्णराज फ्रेंड्स क्लब छतरी चौराहा धार द्वारा लगातार चार साल से झांकी निकाली जा रही है। पांचवें वर्ष में यह झांकी निकाली जाएगी। इस झांसी में नानी बाई के मायरे के कई प्रसंग दर्शाए जाएंगे, जो कि लोगों के आकर्षण का केंद्र होंगे। महाकाल मंडल बदनावर के कलाकारों ने इस झांकी को तैयार किया है।
कृष्ण बने अर्जुन के सारथी
इस झांकी में महाभारत में अर्जुन के सारथी के रूप में रथ चलाते हुए कृष्ण को दिखाया गया है। पिपली बाजार सिया रामसेवा समिति द्वारा चौथे वर्ष यह आकर्षक झांकी बनाई जा रही है, जिसमें महाभारत कृष्ण अर्जुन का रथ चलाकर युद्ध में ले जाते हैं।
तालाबों में मूर्ति विसर्जन प्रतिबंधित, चार तालाबों में बनाए कृत्रिम पोखर
विसर्जन के लिए चार प्रमुख तालाब देवीसागर, मुंजसागर, नयापुरा और नटनागरा में मूर्ति विसर्जन प्रतिबंधित रहेगा। इन तालाबों पर नपा की ओर से कृत्रिम पोखर बनाएं हैं। शहर में भी प्रमुख स्थानों पर कैंप लगाए गए हैं, जहां छोटी प्रतिमाओं का कुंड में विसर्जन करवाने की व्यवस्था की जा रही है। घाट पर कृत्रिम पोखर में एक डुबकी लगाकर प्रतिमाओं को नपा के कर्मचारी एक स्थान पर मूर्तियां एकत्रित करेंगे। शहर में राजवाड़ा के पास, मांडू नाके पास, नित्यानंद आश्रम के समीप, लाग बाग और त्रिमूर्ति चौराहे पर कैंप में भी छोटी मूर्तियों के लिए व्यवस्था की गई है। 23 सितंबर को बस स्टैंड पर रात में पानी के टैंकर खड़े किए जाएंगे। नपा सीएमओ मधु सक्सेना ने बताया कि 23 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर सुरक्षा को देखते हुए तालाबों तक पहुंचने वाले रास्तों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं ताकि कोई तालाब तक न पहुंचे। गड्ढे खाेदकर पन्नी बिछाकर कृत्रिम पोखरों का निर्माण किया गया है, इन पोखरों में मूर्ति विसर्जन कराया जाएगा। वस्त्र, फूल, पूजन सामग्री आदि विसर्जन के पूर्व अलग कर एकत्रित कर ली जाएगी ताकि वह पानी में न मिले।
कर्मचारी रखेंगे निगाह : जलाशयों में पूजन सामग्री कोई न डाले इसके लिए नपा ने तालाबों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। वे इन स्थानों पर तैनात रहेंगे। कलेक्टर दीपक सिंह के मुताबिक सभी लोग कृत्रिम पोखर पाइंट जहां बनाएं हैं वहीं मूर्ति का विसर्जन करें।
रिपोर्टर -राहुल चौहान
धार। आज धार में धूमधाम से झांकिया निकलेगी। झांकियों को निहारने के लिए जिलेभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु धार पहुंचेंगे। शहर में झांकियों के प्रमुख मार्गों पर दुकानों के शटर गिरते ही श्रद्धालु इन दुकानों के आेटलों पर अपनी जगह सुरक्षित कर लेते हैं। शहर में करीब 28 झांकियां और 12 अखाड़े लोगों के आकर्षण का केंद्र होंगे। अखाड़ों में सबसे पहले झिरन्या का अखाड़ा होगा, इसके बाद प्रमुख बड़े और छोटे अखाड़ों के कलाकार अपने करतब दिखाएंगे। रातभर झिलमिल झांकियों के कारवां से नगर के मार्ग जगमगाते रहेंगे। इसके बाद 24 सितंबर को सुबह से झांकियां विभिन्न स्थानों खड़ी कर दी जाएंगी ताकि जो लोग रात में नहीं देख पाएं हो वे भी इन झांकियों को देख सकें। झांकियां निकलने के दौरान वाहन वैकल्पिक मार्गों से निकाले जाएंगे। पूरे शहर के प्रमुख मार्गों और चौराहों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाएगी। पुलिस का दल भी चोरी और अन्य घटनाओं पर विशेष नजर रखेगा। कलेक्टर दीपकसिंह व एसपी वीरेंद्रसिंह के मार्गदर्शन में 400 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इनमें 15 टीआई, 7 एसडीओपी, 4 एएसपी, 45 होमगार्ड और इंदौर से विशेष पीटीसी की महिला पुलिस, वन विभाग का अमला भी तैनात रहेगा।
इन मार्गों से निकलेगा समारोह-----------
गणपति की झांकियों का चल समारोह 23 सितंबर को रात 8 बजे से हटवाड़ा चौक से प्रारंभ होकर आनंद चौपाटी, जवाहर मार्ग, धान मंडी, भाजीबाजार, पट्ठा चौपाटी, नालछा दरवाजा, पो चौपाटी, एमजी रोड, राजवाड़ा, आनंद चौपाटी, पिपली बाजार और हटवाडा होते हुए विसर्जन स्थल मुंज सागर तालाब, देवी जी तालाब पर समाप्त होगा।
ये अखाड़े शामिल होंगे-शासकीय झिरन्या अखाड़ा, नरसिंह दल अखाड़ा, खेड़ापति अखाड़ा, अर्जुन दल अखाड़ा, श्रीरामदल अखाड़ा, छत्रपति शिवाजी अखाड़ा, वीरदल अखाड़ा, बजरंग दल अखाड़ा, लक्ष्मण दल अखाड़ा, केवड़दल आदि।
रूट तैयार :12 अखाड़ों के कलाकार दिखाएंगे करतब, सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी------
राफेल पर आधारित झांकी बनाई
सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति आनंद चौपाटी द्वारा 56वें वर्ष 5 झांकियां बनाई गई है। इसमें राफेल पर आधारित झांकी में लाल किला व इंडिया गेट का वर्णन किया है, जिस पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी चित्र लगाया है। श्री महालक्ष्मी शक्ति पीठ कोल्हापुर महाराष्ट्र वाली माता, अटलजी को श्रद्धांजलि, भगवान गणेश और भोलेनाथ पर आधारित झांकी भी इसमें रहेगी।
राधा के प्रति कृष्ण का प्रेम प्रसंग
काठमांडू पैनल पिपली बाजार धार द्वारा झांकियां निकालने का यह 52वां वर्ष है। राधा के प्रति कृष्ण का जो प्रेम प्रसंग है, जिसमें राधाजी के पैर में बैठकर कृष्णजी उन्हें पायल पहना रहे हैं। राधा कृष्ण का कपल डांस और पीछे गोपियां संगीत यंत्र बजाते हुए नृत्य करती दर्शाई गईं।
नानी बाई को मायरो का प्रसंग
छतरी चौराहे की झांकी के आयोजक कृष्णराज फ्रेंड्स क्लब छतरी चौराहा धार द्वारा लगातार चार साल से झांकी निकाली जा रही है। पांचवें वर्ष में यह झांकी निकाली जाएगी। इस झांसी में नानी बाई के मायरे के कई प्रसंग दर्शाए जाएंगे, जो कि लोगों के आकर्षण का केंद्र होंगे। महाकाल मंडल बदनावर के कलाकारों ने इस झांकी को तैयार किया है।
कृष्ण बने अर्जुन के सारथी
इस झांकी में महाभारत में अर्जुन के सारथी के रूप में रथ चलाते हुए कृष्ण को दिखाया गया है। पिपली बाजार सिया रामसेवा समिति द्वारा चौथे वर्ष यह आकर्षक झांकी बनाई जा रही है, जिसमें महाभारत कृष्ण अर्जुन का रथ चलाकर युद्ध में ले जाते हैं।
तालाबों में मूर्ति विसर्जन प्रतिबंधित, चार तालाबों में बनाए कृत्रिम पोखर
विसर्जन के लिए चार प्रमुख तालाब देवीसागर, मुंजसागर, नयापुरा और नटनागरा में मूर्ति विसर्जन प्रतिबंधित रहेगा। इन तालाबों पर नपा की ओर से कृत्रिम पोखर बनाएं हैं। शहर में भी प्रमुख स्थानों पर कैंप लगाए गए हैं, जहां छोटी प्रतिमाओं का कुंड में विसर्जन करवाने की व्यवस्था की जा रही है। घाट पर कृत्रिम पोखर में एक डुबकी लगाकर प्रतिमाओं को नपा के कर्मचारी एक स्थान पर मूर्तियां एकत्रित करेंगे। शहर में राजवाड़ा के पास, मांडू नाके पास, नित्यानंद आश्रम के समीप, लाग बाग और त्रिमूर्ति चौराहे पर कैंप में भी छोटी मूर्तियों के लिए व्यवस्था की गई है। 23 सितंबर को बस स्टैंड पर रात में पानी के टैंकर खड़े किए जाएंगे। नपा सीएमओ मधु सक्सेना ने बताया कि 23 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर सुरक्षा को देखते हुए तालाबों तक पहुंचने वाले रास्तों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं ताकि कोई तालाब तक न पहुंचे। गड्ढे खाेदकर पन्नी बिछाकर कृत्रिम पोखरों का निर्माण किया गया है, इन पोखरों में मूर्ति विसर्जन कराया जाएगा। वस्त्र, फूल, पूजन सामग्री आदि विसर्जन के पूर्व अलग कर एकत्रित कर ली जाएगी ताकि वह पानी में न मिले।
कर्मचारी रखेंगे निगाह : जलाशयों में पूजन सामग्री कोई न डाले इसके लिए नपा ने तालाबों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। वे इन स्थानों पर तैनात रहेंगे। कलेक्टर दीपक सिंह के मुताबिक सभी लोग कृत्रिम पोखर पाइंट जहां बनाएं हैं वहीं मूर्ति का विसर्जन करें।
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