*रिपोर्टर मनोज कवि*---
मालवांचल में भादवा माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को तेजादशमी के रूप में पूर्ण श्रद्धा व आस्था के साथ मनाई जा रही है। बरसों से इसने लोक पर्व का रूप ले लिया है। आज के दिन ही सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज वीरगति को प्राप्त हुए थे। समुचे राजस्थान व मालवांचल में उन्हें लोक देवता की तरह पूजा जाता है। गांव-गांव में तेजाजी के मंदिर बने हुए हैं। जहां श्रद्धालू निशान चढ़ाकर अपनी मन्नतें पूरी करते हैं। कई जगह रात में तेजाजी का माच होता है, जिसमें कलाकार तेजाजी के जीवन पर आधारित नाटक का मंचन करते हैं। दिनभर हजारों श्रद्धालू आकर तेजाजी की मूर्ति के सामने शीश नमाते हैं। ग्राम मुलथान, काछीबडोदा, बखतगढ व संदला आदि गांवो मे मेला लगा।
0 comments so far,add yours