Top News

सिहोर। पंचायत सचिवों ने काले कारनामे छुपाने के लिए दिया था पत्रकार के खिलाफ ज्ञापन।



संजय त्यागी।

सीहोर। इच्छावर के पत्रकार संतोष बामनिया के खिलाफ आवाज उठाने वाले पंचायत सचिव वह रोजगार सहायक अपने काले कारनामे उजागर ना हो इसलिए पत्रकार पर आरोप लगाते हुए सोमवार को इच्छावर ब्लॉक के पंचायत सचिव व रोजगार सहायकों ने पत्रकार के खिलाफ शिकायत की थी।

आज मंगलवार को इच्छावर तहसील के सभी पत्रकारों ने मिलकर एसडीएम प्रगति वर्मा को आवेदन देते हुए बताया कि पिछले दिनों हमारे साथी पत्रकार संतोष बामणिया द्वारा पंचायतों में हो रही अनियमितताओं को लेकर एक खबर प्रकाशित की गई थी जिसकी बौखलाहट के चलते जनपद पंचायत इछावर के सचिव व रोजगार सहायको द्वारा पत्रकार संतोष बामणिया पर झूठा आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर थाना प्रभारी व एसडीएम ज्ञापन सौंपा था जिसके चलते पत्रकार पर दबाव बनाना वह मानसिक रूप से प्रताड़ित आज आ रहा था किसी के विरोध में इच्छावर ब्लॉक के समस्त पत्रकारों ने इन पंचायत सचिवों को रोजगार सहायकों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।





संजय त्यागी
सीहोर ।भोपाल देवास राष्ट्रीय राज्यमार्ग के प्रबंधक शायर फिरोज फतेहपुरी को राष्ट्रीय गौरव सम्मान से नवाजा गया है।यह अवॉर्ड उन्हें भोपाल स्थित स्टार होटल में आयोजित भव्य समारोह में दिया गया। नेशनल एन्टी हैरेसमेंट फाउंडेशन एवं एक सखा सोशल वेलफेयर सोसायटी की ओर से देश के अनेक राज्यों की प्रमुख हस्तियों को उनके सामाजिक दायित्व एवं कार्य निर्वहन के लिए दिया जाता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतिभा वॉएकर एवं प्रदेश अध्यक्ष शुभम चौरसिया एवं जुरी कमेटी ने शायर फिरोज फतेहपुरी को सामाजिक दायित्व,आर्थिक निर्वहन,बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, राष्ट्रीय राजमार्ग में होने वाली आकस्मिक दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं तत्काल रूप से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं ग्लोबल वार्मिग के अंतर्गत हाइवे किनारे काफी संख्या में पौधरोपण, 
         सामाजिक सेवा में उल्लेखनीय कार्य के लिए राष्ट्रीय गौरव सम्मान (नेशनल प्राइड एवार्ड)से सम्मानित किया गया।उन्हें ट्राफी,मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया।वे भोपाल-देवास राष्ट्रीय राजमार्ग में वरिष्ठ प्रबन्धक हैं।व उन्हे उत्कृष्ट सेवा के लिए भारत नेपाल मैत्री एवार्ड,कविता-शाइरी  के माध्यम से गंगा-जमुनी तहजीब के लिए डायमंड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड से सम्मानित हो चुके हैं।आपने नेपाल में आयोजित साहित्यिक आयोजन में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था। इस मौके पर,मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक  पवन जैन,वालीवुड के सिलिब्रेटी अरुण वर्मा मिस  मल्टीनेशनल ऑफ़ इंडिया शेफाली शर्मा,कतर देश के ऑयल कारपोरेशन के हेड एस एम बुखारी,किशोर कुमार श्रीवास्तव जैसी बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं।



मनोज कवि।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल गौर का बुधवार सुबह भोपाल के नर्मदा अस्पताल में निधन हो गया. 89 वर्षीय बाबूलाल गौर की मंगलवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी. उनका ब्लड प्रेशर कम होने के साथ पल्स रेट भी गिर गया था. बाबूलाल गौर की किडनी पूरी तरह काम नहीं कर रही थी. वे पिछले 14 दिनों से नर्मदा अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे.


बाबूलाल गौर के निधन पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दुख जताया। वही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी दुख जताया. राकेश सिंह ने कहा, 'यह कहते हुए अत्यंत दुःख हो रहा है कि हमारे मार्गदर्शक भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल जी गौर अब हमारे बीच नहीं रहे. उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे.। मंत्री पीसी शर्मा ने भी गौर साहब के निधन को अपूरणीय क्षति बताई। 
      7 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की अचानक तबियत बिगड़ गई थी. इसके बाद उन्हें भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनका इलाज जारी था. उन्हें शुरू में घबराहट महसूस हुई जिसके तुरंत बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया. वहां उनका इलाज चल रहा था.
    89 साल के बाबूलाल गौर के फेफड़ों में इन्फेक्शन हुआ था. अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद से कई पार्टी नेता उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना की थी. उनके अलावा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट करके बाबूलाल गौर के जल्दी ठीक होने की कामना की थी.
     इससे पहले तबीयत खराब होने पर उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद सेहत में सुधार आने पर वे भोपाल के लिए रवाना हो गए थे. अप्रैल, 2019 में उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी, उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया था. इस दौरान उन्हें आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा था. हालांकि, जल्द ही वे ठीक हो गए थे.
    बाबूलाल गौर 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. गौर का जन्म उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के नौगीर गांव में दो जून 1930 को हुआ था. वे साल 1946 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ गए थे. वे भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य भी रहे

गोविंद राजपूत की प्रभारी मंत्री से तहसीलदार नायब तेहसिलदार संघ ने की शिकायत ।



संजय त्यागी,

सीहोर। मध्य प्रदेश के तहसीलदार ,नायब तहसीलदार संघ गुस्से में है। दरअसल यह गुस्सा मंगलवार को राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत द्वारा सीहोर जिले में की गई कार्रवाई व उनके आचरण के विरोध में है जिसमें मंत्री ने छापामार अंदाज में तहसीलदार कार्यालय में जाकर डायस पर बैठ कार्रवाई करते हुए तहसीलदार को निलंबित कर दिया। निलंबन से ज्यादा संघ इस बात को लेकर नाराज है कि मंत्री तहसीलदार की डायस पर जाकर बैठ गए जो एक न्यायालय का हिस्सा है और उस पर केवल न्यायाधीश के रूप में उस समय पदस्थ तहसीलदार ही बैठता है। 


तहसीलदार संघ का कहना है कि कल को यदि मंत्री को विधि विभाग के खिलाफ कोई शिकायत मिले तो क्या वे सिविल न्यायालय में जाकर इस तरह से बैठ सकते हैं। संघ का यह  भी कहना है कि वह कोई रेत माफिया नहीं है जो इस तरह से छापामार कार्रवाई की जाए और बिना किसी नोटिस के सीधे निलंबन की कार्रवाई कर दी जाए।

संघ इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी मिलने का समय मांग रहा है और उसके साथ साथ कैबिनेट के अन्य मंत्रियों से मिलकर भी इस बारे में बातचीत करेगा। 


डायस पर बैठकर मंत्री ने किया तहसीलदार को निलंबित


संघ का ये भी कहना है कि गोविंद सिंह राजपूत डायस पर पहुंच कुर्सी पर बैठे उनके साथ मौजूद स्टाफ की डायस पर ही बैठा । तहसील ऑफिस न्यायालय व्यवस्था का हिस्सा होता है।मंत्री के आचरण से न्यायालय के काम में बाधा पहुंची। वही इस पूरे मामले में हैरत की बात यह है कि मंत्री को डायस पर बैठने से मंत्री के ओएसडी कमल नागर ने नहीं रोका जो खुद राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं और भली-भांति जानते हैं।

प्रदेश के कृषि छात्र आंदोलन पर, सरकार उदासीन।

कैसे होगी किसानों की आय दोगुनी।



संजय त्यागी। 

सीहोर। पिछले 14 दिनों से मध्य प्रदेश के कृषि छात्र-छात्रा कृषि शिक्षा में निजीकरण और व्यवसायीकरण के विरोध में आंदोलन पर हैं किंतु मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगी।

प्रदेश के कृषि महाविद्यालय ग्वालियर, इंदौर, टीकमगढ़ , खंडवा ,मंदसौर सीहोर आदि प्रतिष्ठित कृषि महाविद्यालयों में उच्च शिक्षित छात्र छात्राएं हड़ताल पर है। जिसमें अर्धनग्न प्रदर्शन नारेबाजी तालाबंदी और गवालियर विश्वविद्यालय में तो भूख हड़ताल पर बैठे छात्र छात्राओं में से तीन की हालत बिगड़ गई जिससे वह आईसीयू में भर्ती है 



इसके बाद भी मध्य प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री या मुख्यमंत्री का इस पर ध्यान नहीं देना चिंता का विषय है। प्रदेश के छात्र-छात्राओं के मामा शिवराज  छोटी-छोटी बातों में जनता के साथ खड़े नजर आ रहे हैं मगर इस मामले में शिवराज मामा भी चुप है हो भी क्यों नहीं क्योंकि कृषि छात्र छात्राओं ने कृषि शिक्षा के निजीकरण और व्यवसायीकरण के खिलाफ आवाज उठाई है कृषि शिक्षा के निजीकरण और व्यवसायीकरण की शुरुआत शिवराज के कार्यकाल मैं ही हुई है। हमने देखा है अन्य क्षेत्रों में शिक्षा के निजीकरण से शिक्षा का स्तर कितना गिरा है प्रदेश में कृषि शिक्षा अभी तक पूरी तरह से सरकार के अधीन चल रही थी प्रदेश के दोनों कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले 11 कृषि महाविद्यालय का आज प्रदेश में नाम है तथा  कृषि भूमि  और कृषि अनुसंधान की व्यापक सुविधाएं हैं और उनमें अध्ययन कर छात्र-छात्राएं अच्छी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें  कृषि वैज्ञानिक व कृषि विशेषज्ञ तैयार हो रहे हैं और अगर कृषि शिक्षा का व्यापक निजीकरण  हुआ तो वहां पर डिग्रियां तैयार होंगे सिर्फ और सिर्फ डिग्रियां ।

एक संवेदनशील सरकार का कर्तव्य है कि उसको होनहार छात्र-छात्राओं की बातों पर ध्यान देना चाहिए

आपको बता दे कि मध्यप्रदेश में जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर और राजमाता विजयराजे सिंधिया विश्वविद्यालय ग्वालियर के अधीन  11  महाविद्यालय कृषि शिक्षा में संचालित है। इन महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए सरकार प्री एग्रीकल्चर टेस्ट परीक्षा आयोजित करती है और रैंक के आधार पर कृषि महाविद्यालयों में छात्रों को प्रवेश दिया जाता है जो कि हाई कंपीटिटिव एग्जाम माना जाता है।



छात्र-छात्राओं ने बताया कि पिछले कुछ सालों में सरकार ने कृषि शिक्षा के निजीकरण का फैसला किया है निजी विश्वविद्यालय सभी छात्रों को एडमिशन दे रहे है और पैसा लेकर डिग्रियां बांट रहे हैं।

छात्रों का कहना है कि कृषि शिक्षा में निजीकरण बंद हो और कृषि विभाग में 5000 पद रिक्त हैं उनको भरा जाए इस मांग को लेकर हम पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर हैं। सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो प्रदर्शन और उग्र होगा।

खुश होकर बच्चे बोले, हैप्पी बर्थडे  राहुल गांधी।

सेवा दिवस के रूप में युवा कांग्रेस ने बनाया राहुल गांधी का जन्मदिन         

संजय त्यागी।                       

सीहोर/ अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष श्री राहुल गांधी का जन्मदिवस आज सीहोर जिला युवा कांग्रेस द्वारा सेवा दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर नगर के राधेश्याम मंदिर ग्वालटोली में जरूरतमंद सेकडो विद्यार्थियों को स्कूल बैग सहित शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्यथिति के रूप में कांग्रेस नेता हरीश राठौर , सुरेश साबू, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती, क्षेत्रीय पार्षद राजेश यादव पार्षद, राकेश वर्मा उपस्थित थे । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता और समाजसेवी हरीश राठौर ने संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी स्वच्छत राजनीति के पुरोधा है ओर मानव सेवा ही राजनीति का मूल उद्देश्य होना चाहिए ओर युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गहराती ने कहा कि युवा कांग्रेस हमेशा जनहित में कार्य करती रही है और आज राहुल गांधी जी के जन्मदिवस के अवसर पर क्षेत्र के बच्चो के चहरे पर जो मुस्कान आई है वही राजनीति का लक्ष्य होना चाहिए। इस अवसर पर दिनेश वर्मा, गोविंद यादव, कमलेश यादव, अभिषेक त्यागी,  गोविंद मीना, जितेंद्र यादव, देवेंद्र ठाकुर, तुलसी राठौर, मुकेश ठाकुर, सर्वेश व्यास, नायाब खान, गजराज परमार, राहुल गोस्वामी, मनीष मेवाड़ा, यश यादव, विजय परमार, तरुण यादव, अनिल सेन, अनुभव सेन, राजेन्द्र नागर, अभिजीत यादव, ब्रजेश पाटीदार, हरगोविंद यादव, बंटी यादव, विकास यादव,  विनोद यादव, मनीष यादव, रोहन यादव, राहुल यादव, शुभम यादव, आदि उवेस्थित थे।