संजय त्यागी।
सीहोर। सीहोर विधानसभा में आज नाम वापसी के अंतिम दिन स्थिति साफ हो गई- अब यहां अभी तक हुए विधानसभा चुनावों के इतिहास में पहली बार चतुष्कोण मुकाबला होगा- इससे पहले के विधानसभा चुनावों में सीधी टक्कर और त्रिकोणीय चुनावी संघर्ष तो हो चुके हैं लेकिन इस विधानसभा चुनावों में चतुष्कोण  मुकाबला देखने को मिलेगा।
सीहोर विधानसभा में प्रमुख चार प्रत्याशी चुनावी मैदान में रहेंगे जिनका मतदाताओं पर अच्छा प्रभाव माना जाता है

भाजपा ने इस बार सुदेश राय को अपना उम्मीदवार बनाया है जो कि 2013 विधानसभा में निर्दलीय चुनाव जीतकर विधायक बने थे।
विधायक सुदेश राय 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुके हैं तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था अब वह पूरे दमखम के साथ भा जा पा से चुनावी मैदान में है।
कांग्रेस ने पूर्व सांसद सुरेंद्र सिंह ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है, कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह ठाकुर 2003 के विधानसभा चुनाव में सीहोर से उमा लहर में भा जा पा को कड़ी टक्कर दे चुके हैं। कांग्रेस ने उन्हें एक बार फिर मैदान में उतारा है।
सीहोर विधानसभा से दो भाजपा के वरिष्ठ नेता ही निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं।
निर्दलीय उम्मीदवार जिला सहकारी बैंक की अध्यक्ष उषा रमेश सक्सेना निर्दलीय चुनावी मैदान में है। ऊषा रमेश सक्सेना पिछले 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं जिसमें वह बहुत कम अंतर से निर्दलीय उम्मीदवार सुदेश राय से पराजित हो गई थी। इस चुनाव मे ऊषा सक्सैना निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं।
दूसरे निर्दलीय उम्मीदवार गौरव सन्नी महाजन है। सन्नी महाजन का परिवार जनसंघ के समय से भाजपा से जुड़ा रहा है। एक समय कई वर्षों तक पूर्व विधायक मदन लाल त्यागी और महाजन परिवार ही भा जा पा के अगुआ रहे हैं।
निर्दलीय प्रत्याशी सननी महाजन का पिछले कई वर्षों से क्षेत्र में लगातार संपर्क रहा है सन्नी महाजन 2008 के विधानसभा चुनावों में उमा भारती की भारतीय जनशक्ति पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं सनी महाजन को उस समय शिवराज लहर में 20 हजार के लगभग वोट मिले थे।
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