सड़क निर्माण के लिए चढ़ा रहे पेड़ो की बली।

पन्नालाल गेहलोत। 

मनावर। मनावर से डेहरी तक बनने वाले सिमेंट कांक्रीट मार्ग पे जिसे बनाने में न जाने कितनों की जिंदगियों को प्राण वायु प्रदान करने वाले वृक्षों को ठेकेदार द्वारा रोड निर्माण की बलिवेदी पर शहीद किया जा रहा है जो इस छेत्र का सबसे लंबा मार्ग है तो जाहिर सी बात है  वृक्ष भी अनेकों ही होंगे किंतु भवन तथा पथ निर्माण के विषय में सजगता दिखाने वाले जवाबदार अधिकारी  क्यों चुप्पी साधे बैठे हैं यह निश्चित ही चिंता का विषय है  ठेकेदारी पद्धति में विभागीय अधिकारियों का इस तरह से सक्रियता दिखाना निश्चित ही राष्ट्र को उन्नत बनाने की ओर इसारा इंगित करता है लेकिन वही आला अधिकारी पर्यावरण जैसे अति महत्वपूर्ण विषय को नजरअंदाज करके इन वृक्षों को कटते वक्त कैसे मुंद लेते हैं अपनी आंखें क्या इस ओर ध्यान देने की जरूरत नहीं यदि नहीं तो फिर कितने दिन और ले पाएंगे इस प्रदूषित वातावरण में मानवी जीवन जीने वाले अपनी सांसे इन हरे-भरे वृक्षों के अभाव में क्या यह संभव है यदि नहीं तो फिर क्यों बे खोफ काटे जा रहे हैं खूबसूरत वादियों को महकाने व प्राण दान देने वाले हरे-भरे इन वृक्षों को। विभाग पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सदैव ही इस ओर अनदेखी ही करता आया है।तो नए वृक्ष लगाने की आवश्यकता ही ना होती।जिसका ताजा उदाहरण ओर कही अधिक दूर जाने की आवश्यकता नहीं तहसील मुख्यालय मनावर से डेहरी रोड निर्माण में ही सडक निर्माण के नाम पर  कहीं हरे वृक्षों को नहीं बख्शा जा रहा है।वही क्षेत्र की जनता को भी परेशानियों की सौगात दे रहे राजविलास कम्पनी के ठेकेदार  ग्राम कलवानी की ही महिलाएं रोड़ निर्माण कम्पनी के प्लांट पर 1 किलो मीटर पैदल जाकर चालीस  महिलाओ ने कम्पनी के मालिक से रूबरू होकर अपनी समस्या का विलाप करते हुए महिलाओं द्वारा बताया गया कि गांव में द्युल से परेशान है अपने रोज के कामो में परेशान हो रही है खाना बनाने से लेकर घर की सफाई तक जल छिड़काव के अभाव में मिट्टी दिन रात घर आँगन में आती है जिससे त्योहारी सिजन व खेती काम काजी में व्यस्तता के बावजूद घर में मिट्टी रूपी गुलाल बिछा रहता है सुविधाओं एवं सुरक्षा को देखते हुए आप की कंपनी द्वारा कोई भी समुचित साधनों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है।धूल मिट्टी उड़ती रहती है कार्य भी अती धीमी   गति से चल रहता है।जनता नाहक परेशान होती रहती है दूसरी ओर ऐसी स्थिति  में आपके कामगार लापरवाही करते हुए शासकीय भूमि के वृक्षों  को अंधाधुन काट रहै हे हरे वृक्षों की बलि चढ़ा रहा है पैसा कमाने के जुनून में मासूम जनता और क्षेत्र के समग्र एवं  समुचित विकास को धत्ता बताते हुए अपनी जेब को भरने में मशगूल है। ठेकेदार अपनी राजनीतिक पॉवर व अपनी दबंगता को ढाल बनाकर मन माने ढंग से कार्य कर रहा है पी डब्लू डी अधिकारी उस अमानक पूर्ण कार्य पर अपनी निगाये नही डाल रहे है ये मिलीभगत का खेल 19 किलो मीटर राहगिरी के लिये अभिशाप साबित होगा जो सीमेंट रोड़ आज ही बिना वाहन चले फट रहा है वो भारी भरकम वाहनों को कैसे सहन कर पाएगा और आगामी इसके रखरखाव के लिए कौन जिम्मेदार होगा ठेकेदार की मनमानी व विभागीय अधिकारीयो की मिलीभगत ये मिशाल जनता को परेशानी में डालदेगी इस निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच हो जिससे दूध का दूध और पानी  का पानी सब देख सके।

उनका तारणहार कौन होगा जो लोग आज मिट्टी की धूल के गुबार से परेशान होते रहे है कई वर्षों में इस क्षेत्र को  एक लंबे मजबूत मार्ग का वरदान प्राप्त हुआ है इसे भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया जाएगा तो वाहनों की आवाजाही एवं बड़े वाहनों का दबाव किस प्रकार सही है रोड जेल पाएगा यह तो उसे भी इंजीनियर एवं निर्माणकर्ता कंपनी भी जवाब दे पाएगी और क्या गारंटी है कि इसका रखरखाव बहुत अच्छी तरीके से हो पाएगा।

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